अंगना में कुइयाँ खोनाइले, पीयर माटी नू ए,ए ललना जाहिरे जगवहु कवन देवा, नाती जनम लिहले हो।नाती जनमले त भल भइले, अब वंस बाढ़हू ए।ए ललना देह घालऽ सोने के हँसुअवा,बाबू के नार काटहु ए।ए ललना देइ घालऽ सोने के खपड़वा,बाबू के नहवाईवि ए।ए ललना जाहि रे जगवहु कवन देवा,नाती जनम लिहले ए ।नाती जनमले त भल भइले, अब वंस बाढ़हु ए ।ए ललना देई घालऽ रेशमऽ के कपड़वा,जे बाबू के पेनहाइवि ए ।
bolo bhoj puri ki jai....................
Tuesday, January 22, 2008
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